Aqiqah Ki Dua
Aqiqah Ki Dua In Hindi English Arabic । अकीका की दुआ लड़का और लड़की के लिए
अल्लाह ही के नाम से शुरू जो निहायत रहम फरमाने वाला बहुत मेहरबान है
- लड़का हो तो दो बकरें ज़िबह किया जाए ।
- लड़की हो तो एक बकरी ज़िबह किया जाए ।
- अक़ीक़ा से पहले नाम रख लिया जाए।
- क्यूंकि ज़िबह करने कुर्बानी करने की दुआ में नाम की जरूरत पड़ती है
लड़के के Aqiqah Ki Dua
” अल्लाहुम्मा हाज़िही अक़ीक़ा–तुबनीया ( यहां पर लड़के का नाम लिया जाए) दमूहा बिदामिही वालाह’मुहा बिलाहमिही, वाशाहमूहा बिशाहमीही वा–अज़मूहा–बी–अज़मीही वा जिल्दुहा बिजिलदीही वा शाअरूहा बिशाअरीही अल्लाहुम्मा–लजअलहा फिदाअ–व लीइबनी मिनन–नारी वा ताका–ब्बलहा मिन्हू कमा तक्कब्बलताहा मिनन नबीय्यीका–लमुस्तफा वा हबीबीका अहमद लमुज्तबा सल्लल्लाहो ताआला अलेही वसल्लम इन्ना सलाती वा–नुसूकी वा महयाया वा ममाती–लिल्लही रब्बि–ल आलामीना o ला–शारिका लहू बिज़ालिका उमिर्तु वा आना अव्वलू–लमुस्लिमीन o बिस्मिल्लाही अल्लाहू अकबर
नोट– जब शुरू से आखिर तक यह दुआ, पढ़ ले और बिस्मिल्लाह अल्लाह हू अकबर पर पहुंचे तो उसी वक्त ज़िबाह कर दें और जिबाह के बाद बच्चे के सर पर अस्तूरा चलाएं।
![Aqiqah Ki Dua । अकीका की दुआ लड़का और लड़की के लिए](https://greatislam.in/wp-content/uploads/2024/10/लड़के-के-Aqiqah-Ki-Dua-.jpg)
- लड़का हो तो दो बकरें ज़िबह किया जाए ।
- अक़ीक़ा से पहले नाम रख लिया जाए।
- क्यूंकि ज़िबह करने कुर्बानी करने की दुआ में नाम की जरूरत पड़ती है
लड़की के Aqiqah Ki Dua
अल्लाहुम्मा हाज़िही अक़ीक़ातू–बिनती ( यहां पर लड़की का नाम लिया जाए) दमूहा बिदा मिहा वालाह’मुहा बिलाहमिहा, वाशाहमूहा बिशाहमीहा वा–अज़मूहा–बी–अज़मीहा वा जिल्दु–हा बिजिलदीही वा शाअरूहा बिशाअरीहा अल्लाहुम्मा–जअलहा फिदाअ–व लीबिनती मिनन–नारी वा ताका–ब्बलहा मिन्हा कमा तक्कब्बलताहा मिनन नबीय्यीका–लमुस्तफा वा हबीबीका अहमद लमुज्तबा सल्लल्लाहो ताआला अलेही वसल्लम इन्ना सलाती वा–नुसूकी वा महयाया वा ममाती–लिल्लही रब्बि–ल आलामीना o ला–शारिका लहू बिज़ालिका उमिर्तु वा आना अव्वलू–लमुस्लिमीन o बिस्मिल्लाही अल्लाहू अकबर
![Aqiqah Ki Dua । अकीका की दुआ लड़का और लड़की के लिए](https://greatislam.in/wp-content/uploads/2024/10/लड़के-के-Aqiqah-Ki-Dua-1.jpg)
- लड़की हो तो एक बकरी ज़िबह किया जाए ।
- अक़ीक़ा से पहले नाम रख लिया जाए।
- क्यूंकि ज़िबह करने कुर्बानी करने की दुआ में नाम की जरूरत पड़ती है
आप यहाँ पर अक़ीक़ाह के मसाइल भी पढ़ सकते है
अकीका
अकीका की तारीफः
बच्चा पैदा होने के शुक्रिया में जो जानवर ज़िबह किया जाता है उसको अकीका कहते हैं।
अकीका कब करना चाहिये?
मसला : अकीका मुस्तहब है इसके लिये सातवां दिन बेहतर है। अगर सातवें दिन न कर सके तो जब मयस्सर हो करे सुन्नत अदा हो जायेगी।
मसला : लड़के के लिये दो बकरे और लड़की के लिये एक बकरी जिबह की जाये यानी लड़के में नर जानवर और लड़की में मादा मुनासिब है उसके बर अक्स में भी हर्ज नहीं बल्कि अगर दो न हो सके तो लड़के में सिर्फ एक बकरी में भी हर्ज नहीं।
मसला: अगर गाय, भैंस जिबह करे तो लड़के के लिये दो हिस्सा और लड़की के लिये एक हिस्सा काफी है।
मसला : कुरबानी में अकीका की शिर्कत हो सकती है अकीका के जानवर के लिये भी वही शर्तें हैं जो कुरबानी के जानवर के लिये हैं।
अकीका का गोश्त क्या किया जाये?
मसला : अकीका का गोश्त फकीरों और अज़ीज़ों और दोस्तों को कच्चा तकसीम कर दिया जाये या पका कर दिया जाये या बतौर ज़्याफ्त व दावत खिला. दिया जाये सब सूरतें जायज़ हैं।
मसला : नेक फाली के लिये हड्डियां न तोड़ें तो बेहतर है और तोड़ना भी ना जायज नहीं। गोश्त को जिस तरह चाहें पका सकते हैं मगर मीठा पकाना बच्चे के अखलाक अच्छे होने की फाल है।
मसला : अकीका का गोश्त मां-बाप, दादा-दादी वगैरह सब खा सकते हैं।
मसला : अकीका की खाल का वही हुक्म है जो कुरबानी की खाल का है कि अपने काम में लायें या गरीबों को दे दे या किसी और नेक काम मस्जिद मदरसा में सर्फ करें।
मसला : अकीका के जानवर को जिबह करते वक़्त यह दुआ पढ़ी जाती है।
अकीका की दुआः
अल्लाहुम म हाजिही अकी कतु इब्नी फलां (इब्नी फलां की जगह अपने लड़के का नाम ले अगर खुद जिबह करे और अगर दूसरा करे तो लड़के और लड़के के बाप का नाम ले)
द मुहा बि दमिही व लहमुहा बिलहमिही व अज़मुहा बिअज्रमिही व जिल्दुहा बिजिलदिही व श रूहा बि शञ्जिही अल्लाहुम मज अल् हा फिदा अल इब्नी मिनन्नारि बिस्मिल्लाहि अल्लाहु अक्बर अगर लड़की हो तो यही दुआ यूं पढ़ेः
अल्लाहुम म हाज़िही अकी कतु बिन्ती फुला न तन द मुहा बि दमिहा व लहमिहा बिलह्मिहा व अज़मुहा बिअजन्मिहा व जिल्दुहा बिजिदिहा व शहा बिशञ्हिा अल्लाहुम मज अल्हा फिदा अ लिबिन्ती । (अगर अपनी हो और दूसरे की हो तो बिन्ते फला कहे) मिनन्नारि (यह दुआ याद न हो तो बगैर दुआ पढ़े भी फक्त बिस्मिल्लाहि अल्लाहु अकबर कह कर ज़िबह कर दे अकीका हो जायेगा। फक्त वल्लाहु तआला अलमु व इलमुहू अह कमु व अ तमु व सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ।
ज़िल्द अव्वल तमाम हुआ !
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