Wazu ki dua | वुजू की दुआ
Wazu ki dua In Hindi | वुजू की दुआ – जब वुजू करना शुरु करें तो पहले ( बिस्मिल्लाहिर रहमानिररहीम ) कहें: अल्लाह ही के नाम से शुरू (करता हूं) जो निहायत रहम फरमाने वाला है बहुत मेहरबान है :
बाज़ हदीसों में आया है के इस का वुजु नहीं जिस ने बिस्मिल्लाह ना पढ़ी हो ___________(मिस्कात)
वुजू के दरमियान ये दुआ पढ़े
” अल्लाहुम-मग्फि ली जंबी व वस्सि-अ ली फी दारी व बारिक ली फी रिज़्की० “
للهُمَّ اغْفِرْ لِي ذَنْبِي وَوَسِعُ لِي فِي دَارِي وبارك فى فى رزائی (حسن ، نسائی )
“Allahumma-ghfir li dhanbi wa wassi’ li fi dari wa barik li fi rizqi.”
तर्जुमा – ऐ अल्लाह ! मेरे गुनाह बख़्श दे और मेरे (कब्र के) घर को फैला और मेरी रोजी में बरकत दे।
Wazu ki dua In Hindi
” अल्लाहुम-मग्फि ली जंबी व वस्सि-अ ली फी दारी व बारिक ली फी रिज़्की० “
तर्जुमा – ऐ अल्लाह ! मेरे गुनाह बख़्श दे और मेरे (कब्र के) घर को फैला और मेरी रोजी में बरकत दे।
Wazu ki dua In Arabic
للهُمَّ اغْفِرْ لِي ذَنْبِي وَوَسِعُ لِي فِي دَارِي وبارك فى فى رزائی (حسن ، نسائی )
Wazu ki dua In English
“Allahumma-ghfir li dhanbi wa wassi’ li fi dari wa barik li fi rizqi.”