Fatiha Ka Tarika In Hindi
Fatiha Ka Tarika | फातिहा करने से पहले अच्छी तरह से वुज़ू करें। किबला रूख बैठ जाएं ( काबा शरीफ के तरफ मुंह करके) फातिहा व नजरों नियाज़ हर उस चीज पर कर सकते हैं जिसका खाना जायज है
उसके लिए किसी खास खाने के कैद लगाना भी दुरुस्त नहीं है लिहाजा जिसको जो दिल में आए पकाकर ईसाले सवाब करें फातिहा मर्द या औरतों में कोई भी दे सकता है बेहतर यह है कि जो सही कुराने पाक पड़े वह फातिहा दे
Fatiha Ka Tarika
बिस्मिल्लाहीर रहमानिर रहीम
अल्लाह के नाम से शुरू करें जो बहुत मेहरबान रहमत वाला
Fatiha Ka सही Tarika यह है।
- Darood-e-Gaushiya –दरूदे गौसिया(7 मर्तबा पढ़े )
- Surah Faateha – सूरह फातिहा ( 3 मर्तबा पढ़े )
- Aytal kurshi –आयतल कुर्सी (1 मर्तबा पढ़े)
- Surah kafiroon-सूरह काफिरून (3 मर्तबा पढ़े)
- Surah ikhlas – सूरह इख्लास (3 मर्तबा पढ़े)
- Surah falak – सुरह फलक (3 मर्तबा पढ़े)
- Surah naas – सुराह नास (3 मर्तबा पढ़े)
- Darood-e-Gaushiya–दरूदे गौसिया (3 मर्तबा पढ़े)
1. Darood-e-Gaushiya –दरूदे गौसिया(7 मर्तबा पढ़े )
बिस्मिल्लाहीर रहमानिर रहीम
“अल्लाहुम्मा सल्ली अल्ला सय्यिदिना व मौलाना मुहम्मदीन मअदिनिल जूदी वल करम व आलिही वबारीक वसल्लीम“
Bismillaah ar-Rahman ar-Raheem
” Allahumma Sallialla sayyedina wamawlana muhammadin madiniljudi wal karami wa aalihi wa Barik wa Salim. “
2. Surah Faateha – सूरह फातिहा ( 3 मर्तबा पढ़े )
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
1. अल्हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन
ٱلْحَمْدُ لِلَّهِ رَبِّ ٱلْعَـٰلَمِينَ
2. अर्रहमानिर्रहीम
ٱلرَّحْمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ
3. मालिकि यौमिद्दीन
مَـٰلِكِ يَوْمِ ٱلدِّينِ
4. इय्या-क न बुदु व इय्या-क नस्तीइन
إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَإِيَّاكَ نَسْتَعِينُ
5. इहदिनस्सिरातल्-मुस्तकीम
إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَإِيَّاكَ نَسْتَعِينُ
6. सिरातल्लज़ी-न अन्अम्-त अलैहिम गैरिल्-मग़जूबि अलैहिम् व लज्जॉल्लीन
صِرَٰطَ ٱلَّذِينَ أَنْعَمْتَ عَلَيْهِمْ غَيْرِ ٱلْمَغْضُوبِ عَلَيْهِمْ وَلَا ٱلضَّآلِّينَ
Bismillaah ar-Rahman ar-Raheem
Alhamdu lillaahi rabbil ‘alameen Ar-Rahman ar-Raheem Maaliki yaumid Deen Iyyaaka na’abudu wa iyyaaka nasta’een Ihdinas siraatal mustaqeem Siraatal ladheena an ‘amta’ alaihim Ghairil maghduubi’ alaihim waladaaleen.
3. Aytal kurshi –आयतल कुर्सी (1 मर्तबा पढ़े)
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- Bismillah Hirrahman Nirraheem
- Allahu, La ilaha illa huwal hayyul qayyum.
- La ta’akhuzuhu sinatu wala naum.
- Lahu ma fis samawati wama fil ard.
- Man zallazi yashfa’u a’indahu, illa bi iznihi.
- Ya’lamu ma bayna aydihim, wama khalfahum.
- Wala yuhitoona bi shayim min i’lmihi, illa bima sha’a.
- Wasi’a kursiyyuhus samawati wal ard.
- Wala yauduhu hifzuhuma. Wahuwal aliyyul azeem.
4. Surah kafiroon-सूरह काफिरून (3 मर्तबा पढ़े)
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
(1.)कुल या अय्युहल् काफ़िरून
(2.) ला अबुदु मा तबुदून
(3.) व ला अन्तुम् आबिदू-न मा अबुद
(4.) व ला अ – न आबिदुम् मा अबत्तुम्
(5.) व ला अन्तुम् आबिदू-न मा अबुद
(6.) लकुम् दीनुकुम् व लि-य दीन
Bismillaahir Rahmaanir Raheem
Qul yaa-ai yuhal kaafiroon Laa a’budú ma t’abudoon Wa laa antum ‘aabidoona maa a’bud Wa laa ana ‘abidum maa ‘abattum Wa laa antum ‘aabidoona ma a’bud Lakum deenukum wa liya deen
5. Surah ikhlas – सूरह इख्लास (3 मर्तबा पढ़े)
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
قُلْ هُوَ ٱللَّهُ أَحَدٌ
(2) अल्लाहुस समद o
ٱللَّهُ ٱلصَّمَدُ
(3) लम यलिद वलम यूलदo
لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ
(4) वलम यकूल लहू कुफुवन अहदo
٣ وَلَمْ يَكُن لَّهُۥ كُفُوًا أَحَدٌۢ
Bismillah al-rahman al-rahim
- Kul huwal laahu ahad
- Allaahus samad
- Lam yalid walam yuulad
- Walam yakul lahu kufuwan ahad
6. Surah falaq – सुरह फलक (3 मर्तबा पढ़े)
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
(1.)कुल अऊजु बिरब्बिल फलक
قُلْ أَعُوذُ بِرَبِّ ٱلْفَلَقِ
(2.)मिन शर रिमा ख़लक़
١ مِن شَرِّ مَا خَلَقَ
(3.)वामिन शर रिग़ासिकिन इज़ा वकब
وَمِن شَرِّ غَاسِقٍ إِذَا وَقَبَ
(4.)वमिन शर रिन नफ़फ़ासाति फ़िल उक़द
وَمِن شَرِّ ٱلنَّفَّـٰثَـٰتِ فِى ٱلْعُقَدِ
(5.)वमिन शर रिहासिदिन इज़ा हसद
وَمِن شَرِّ حَاسِدٍ إِذَا حَسَدَ
Bismillaahir Rahmaanir Raheem
- Qul a-oozu be rab-bil falaq (1)
- Min shar-ri ma khalaq (2)
- Wa min shar-ri ghaasiqin iza waqab (3)
- Wa min shar-rin naf-faasaati fil uqad (4)
- Wa min shar-ri haasidin iza hasad (5)
7. Surah naas – सुराह नास (3 मर्तबा पढ़े)
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
قُلۡ اَعُوۡذُ بِرَبِّ النَّاسِۙ
(2) मलिकिन नास o
مَلِكِ النَّاسِۙ
(3) इलाहिन नासo
اِلٰهِ النَّاسِۙ
(4) मिन शर रिल वसवा सिल खन्नासo
مِن شَرِّ ٱلْوَسْوَاسِ ٱلْخَنَّاسِ
(5) अल्लज़ी युवस विसु फी सुदूरिन नासo
ٱلَّذِى يُوَسْوِسُ فِى صُدُورِ ٱلنَّاسِ
(6) मिनल जिन्नति वन नासo
مِنَ ٱلْجِنَّةِ وَٱلنَّاسِ
Bismilla Hirrahma Nir Raheem
- Qul Aoozu Birabbin Naas
- Malikin Naas
- Ilahin Naas
- Min Sharril Waswasil Khannas
- Allazi Yuwaswisu Fi Sudoorin Naas Minal Jinnati Wannas
8. Darood-e-Gaushiya–दरूदे गौसिया (3 मर्तबा पढ़े)
बिस्मिल्लाहीर रहमानिर रहीम
“अल्लाहुम्मा सल्ली अल्ला सय्यिदिना व मौलाना मुहम्मदीन मअदिनिल जूदी वल करम व आलिही वबारीक वसल्लीम“
Bismilla Hirrahma Nir Raheem
” Allahumma Sallialla sayyedina wamawlana muhammadin madiniljudi wal karami wa aalihi wa Barik wa Salim. “
Fatiha padhne ke baad ki dua
फातिहा पढ़ने के बाद की दुआ और ईसाले सवाब बख्सने का सही तरीका-
- सबसे पहले दुआ के लिए हाथ उठाएं
- और उसके बाद दरूद शरीफ़ पढ़े
- उसके बाद यह पढ़े या अल्लाह मैंने
- जो दरूद शरीफ़ पढ़ा सूरह फातिहा
- शरीफ़ पढ़ा अयातुल कुर्सी शरीफ़ पढ़ा
- चारों कुल शरीफ़ पढ़ा या अल्लाह
- इसमें जो भी गलतियां लगजिसे हुईं
- हों प्यारे आक़ा करीम
- सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम
- के वासिले से मुआफ फरमा
नोट– अब इसका सवाब और शिरिनी का सवाब नज़र करें बख्से या अल्लाह इसका सवाब प्यारे आका करीम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम को नज़र करता हूं / करती हूं प्यारे आका करीम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के वसीले से एक लाख चौबीस हज़ार कमो बेस अंबियाएंएकराम को नज़र करता हु कबूल फरमा सहाबाए एकराम को नज़र करता हूं कबूल फरमा बिलखुशुस सिद्दीक़े अकबर रज़ियल्लाहु रज़ियल्लाहु अन्हु उमर फारूक आज़म रज़ियल्लाहु अन्हु उस्मान गनी रज़ियल्लाहु अन्हु मौला अली रज़ियल्लाहु अन्हु के अरवाहे पाक को नज़र करता हूं कबूल फरमा या अल्लाह इसका सवाब ताबईन तबेताबईन अवलियाए कामिलीन बिलखुशूस बड़े पीर गौस पाक रज़ियल्लाहु अन्हु के अरवाहे पाक को नज़र करता हुं कबूल फरमा या अल्लाह इसका सवाब ख्वाजा गरीब नवाज रज़ियल्लाहु अन्हु के अरवहे पाक को नज़र करता हुं कबूल फरमा या अल्लाह इसका सवाब दाता गंज बख्स अलैहि अजमेरी रज़ियल्लाहु अन्हु के अरवाहे पाक को नज़र करता हु कबूल फरमा या अल्लाह इसका सवाब ताबईन तबेताबईन अवलियाए कामिलीन बिलखुशूस बड़े पीर गौस पाक रज़ियल्लाहु अन्हु के अरवाहे पाक को नज़र करता हुं कबूल फरमा या अल्लाह इसका सवाब ख्वाजा गरीब नवाज रज़ियल्लाहु अन्हु के अरवहे पाक को नज़र करता हुं कबूल फरमा या अल्लाह इसका सवाब दाता गंज बख्स अलैहि अजमेरी रज़ियल्लाहु अन्हु के अरवाहे पाक को नज़र करता हु कबूल फरमा।
Most important – या अल्लाह इस दारे फानी से दारे बका के तरफ जितने भी लोग ईमान के हालत मे कूंच कर चुके है तमाम के अरवाहे पाक को नज़र करता हूं कबूल फरमा
Iske baad apke apne khandan me jo logon ko ishal sawab bakhsna hai is tarah se bakhse – या अल्लाह इसका सवाब मेरे दादा / दादी…… या जो कोई इंतकाल कर गए हैं उनका नाम लेकर बक्से इसके बाद ये दुआ मांगे या अल्लाह ( नाम) इनको जन्नत में आला से आला मकाम अता फरमा या अल्लाह इनके कब्र में नूर की बारीश कर दे या अल्लाह इनके कब्र को जन्नत के कियारी में से एक कियारी बना दे या अल्लाह इनके गुनाहे कबीरा और गुनाहे सगीरा मुआफ फरमा या अल्लाह इनके खताओ को मुआफ फरमा या अल्लाह इनपे अपना फ़ज़ल फरमा या अल्लाह प्यारे आका करीम सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम
के वासिले से मेरे दुआ को अपने बारगाह में कबूल फरमा ।